Table of Contents
कंप्यूटर का परिचय (Introduction to Computer) :-
यह एक इलेक्ट्रानिक डिवाइस हैं. जो यूजर से डेटा को इनपुट के रूप में ग्रहण कर प्रोसेस करती हैं. और उसे आउटपुट के रूप में प्रदर्शित करती हैं.
कंप्यूटर एक ऐसी मशीन है जिसका प्रयोग आमतौर पर तकनीकी और शैक्षणिक अनुसंधान के लिए किया जाता है
कंप्यूटर की फुल फॉर्म :-
C – Commonly
O – Operated
M – Machine
P– Particularly
U– Used
T – Technical
E – Educational
R – Research
कंप्यूटर के भागों का नाम ( Computer parts Name ) :-
प्रोसेसर – Micro Processor.
मदर बोर्ड – Mother Board.
मेमोरी – Memory.
हार्ड डिस्क – Hard Disk Drive.
मॉडेम – Modem.
मॉनिटर – Monitor.
की-बोर्ड – Keyboard
माउस – Mouse.
साउंड कार्ड – Sound Card.
कम्प्यूटर की विशेषताएं (Characteristics of Computers ) :-
1.स्वचालित (Automatic):
कम्प्यूटर एक स्वचालित मशीन हैं. जो यूजर द्वारा दिए गये निर्देशों को बिना किसी मानवीय बाधा के सम्पन्न कर सकता हैं.
2. गति (Speed):
कम्प्यूटर के कार्य करने की गति बहुत तेज होती हैं. जिस कार्य को एक व्यक्ति कई घंटे, महीने तथा वर्षो में पूरा करता हैं. उसे कुछ ही क्षणों में पूरी करता हैं.कम्प्यूटर की गति को माइक्रो सेकंड, नैनो सेकंड तथा पिको सेकंड्स में मापा जाता हैं.
3.शुद्धता (Accuracy) : – यदि कंप्यूटर में इनपुट किये गये इनपुट पूर्ण रूप से सही हैं तो कंप्यूटर 100 प्रतिशत सही परिणाम देने की क्षमता रखता हैं. इसलिए लोगो की कंप्यूटर के प्रति यह भावना रहती हैं. कि कंप्यूटर द्वारा की गईं गणना में गलती की सम्भावना शून्य के बराबर रहती हैं.
4.उच्च भंडारण क्षमता (High Storage Capacity) :– किसी भी डेटा को किसी रूप में व मात्रा में स्टोर कर रख सकते हैं. कम्प्यूटर की भंडारण क्षमता काफी अधिक होती हैं. इसमे डेटा को लम्बे समय तक स्टोर करके रखा जा सकता हैं. और आवश्यकतानुसार पुनः प्राप्त किया जा सकता हैं.
5.विविधता (Versatility):
कंप्यूटर का प्रयोग विभिन्न कार्यो के लिए किया जाता हैं. इसका प्रयोग किसी भी प्रकार के दस्तावेज को तैयार करने, प्रिंट करने, मनोरंजन आदि उद्देश्य के लिए किया जाता हैं. कंप्यूटर की इसी विशेषता के कारण इसमे हम एक से अधिक कार्य कर सकते हैं.
.
6. याद रखने की शक्ति (Power of Remembering) : एक कंप्यूटर अपने सेकेंडरी स्टोरेज के कारण किसी भी मात्रा में जानकारी को स्टोर और रिकॉल कर सकता है
Evolution of Computer :-
1.The Mark I Computer (1937-1944)
2. The Atanasoff-Berry Computer (1939-1942)
3. The ENIAC (1943-1946)
4. The EDVAC (1946-1952)
5.The EDSAC (1947-1949)
6.The UNIVAC I (1951)
Computer Generations: –
First Generation प्रथम पीढ़ी (1942-1955)
Second Generation द्वितीय पीढ़ी (1955-1964)
Third Generation तृतीय पीढ़ी ( 1964-1975)
Fourth Generation चतुर्थ पीढ़ी (1975-1989)
Fifth Generation पंचम पीढ़ी (1989 से आज तक)
Basic Organization of a Computer System :-
इनपुट यूनिट (Input Unit) : इनपुट यूनिट का उपयोग कंप्यूटर में सूचना डालने (Input)के लिए किया जाता है. विभिन्न कार्यों को करने के लिए कंप्यूटर को इंस्ट्रक्शन देना। कुछ प्रमुख इनपुट यूनिट है –
माउस (Mouse)
कीबोर्ड (The keyboard)
माइक्रोफोन (Microphone)
स्कैनर (Scanner)
वेब कैम (webcam)
ट्रैकबॉल (Trackball)
आउटपुट यूनिट (Output Unit) : कंप्यूटर प्रोसेस करने के बाद जानकारी को आउटपुट के रूप में दिखाता है। कुछ आउटपुट डिवाइस है
मॉनिटर , प्रिंटर , स्पीकर
स्टोरेज यूनिट (Storage Unit ): स्टोरेज यूनिट डाटा और इंस्ट्रक्शन को स्टोर करता है और प्रोसेसिंग के बाद आउटपुट को आउटपुट यूनिट पर डिस्प्ले करता है।
Storage Unit Types:
प्राइमरी स्टोरेज (Primary Storage ) : –
कंप्यूटर के प्राइमरी स्टोरेज को मेन मेमोरी के नाम से भी जाना जाता है
सेकेंडरी स्टोरेज (Secondary Storage) : कंप्यूटर के सेकेंडरी स्टोरेज को इसके सहायक स्टोरेज के रूप में भी जाना जाता है।
अरिथमेटिक लॉजिक यूनिट (Arithmetic logic Unit ): अरिथमेटिक लॉजिक यूनिट वह इकाई है जहाँ यूजर के इंस्ट्रक्शंस के अनुसार डाटा प्रोसेस होता है।
कन्ट्रोल यूनिट ( Control Unit ): कन्ट्रोल यूनिट कंप्यूटर के CPU का एक महत्वपूर्ण भाग है जो कंप्यूटर के अन्य सभी Components की गतिविधियों के बीच सामंजस्य स्थापित करता है। कन्ट्रोल यूनिट कंप्यूटर से जुड़ी हुई सभी डिवाइसों व उनके कार्यों को नियंत्रित करता है।
सेंट्रल प्रोसेसिंग यूनिट ( Central Processing Unit): कन्ट्रोल यूनिट और अरिथमेटिक लॉजिक यूनिट मिलकर CPU का Task परफॉर्म करते है । CPU को कंप्यूटर का ब्रेन कहा जाता है।